पल्लव
Friday, July 3, 2015
{ ९१८ } {April 2015}
हम जहाँ सर झुका कर बैठ गये
आप वहीं पास आकर बैठ गये
राहे - मोहब्बत में क्या बतायें
आप से दिल लगाकर बैठ गये।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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