पल्लव
Wednesday, May 22, 2013
{ ५७६ } {May 2013}
दर्द की दवा लेकर ही निकला करो रहगुजर पर
न जाने कहाँ मिल जायें फ़ूलों से ज़ख्म लगाने वाले।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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