पल्लव
Sunday, September 29, 2013
{ ६८२ } {Sept 2013}
वस्ल में खामोश रहना इश्क की तौहीन है
लबे खामोश से कुछ तो गुनगुनाना चाहिये।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment