पल्लव
Sunday, September 28, 2014
{ ७६१ } {April 2014}
मँझधार है, भँवर है पर पास है किनारा
देश के भविष्य को अब तेरा ही सहारा
तुम चाहे बना दो या तुम चाहे मिटा दो
भारत के जन तू ही सौभाग्य का सितारा।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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