पल्लव
Saturday, November 1, 2014
{ ८२३ } {Oct 2014}
उस संगदिल ने मेरे जज्बातों को कभी समझा ही नहीं
अपनी आदत है दिल की गहराइयों से इश्क का निभाना।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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