पल्लव
Sunday, June 3, 2012
{ २९४ } {June 2012}
याद बहुत आयेंगें हम तुमको कभी अकेले में
पर खो चुके होंगे हम गमे-दुनिया के मेले में
अकेले थे इस जहाँ में अकेले हैं अकेले रहेंगें
जैसे चाँद भी तनहा सितारों के इस मेले में।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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