पल्लव
Sunday, June 3, 2012
{ २९५ } {June 2012}
ज़िन्दगी में बहार आ जाये
प्यार और निखार आ जाये
कोई ऐसा गीत सुनाओ तुम
आँसुओं को करार आ जाये।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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