Friday, February 28, 2014

{ ७३७ } {Feb 2014}





अब डर लगता नहीं खंजर के जहरीले गहरे आघातों से
चुभन के एहसासों वाले दिन जब जीवन में जोड़ चुका।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

No comments:

Post a Comment