पल्लव
Friday, February 27, 2015
{ ८७६ } {Feb 2015}
जब तनहाइयाँ साथी हों ज़िन्दगी के हर पल की
तब मुस्कुराती आँखे हर दर्द बयाँ कर जाती हैं।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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