पल्लव
Tuesday, April 3, 2012
{ २३३ } {April 2012}
हर साये के साथ ही न ढल
अपनी धूप में भी कुछ जल
गम की कोई आवाज ही नही
जितना जल सकता है जल।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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