पल्लव
Saturday, November 30, 2013
{ ७०४ } {Nov 2013}
कभी अलसाई सी लगती कभी सकुचाई सी लगती हो
कभी हृदय की दबी पीर से तुम उकताई सी लगती हो
कभी मौन हो जाती हो तो कभी हँसती और मुस्काती
कभी व्याकुल मन की पीड़ा से अकुलाई सी लगती हो।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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