Friday, November 29, 2013

{ ७०३ } {Nov 2013}





अब. और. न. प्यासे. को भटकाओ
अब. और न आशाओं को ठुकराओ
अब. न मेरे विश्वासों को तुम तोड़ॊ
कुछ मेरी सुनो कुछ अपनी सुनाओ।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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