पल्लव
Friday, January 31, 2014
{ ७३१ } {Jan 2014}
तुमको दिलो-जाँ से चाहने वाले जमाने में बहुत हैं
एक हम ही करीबी न हुए तो क्या फ़र्क पड़ता है।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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