पल्लव
Friday, January 31, 2014
{ ७२९ } {Jan 2014}
मुझे इंतज़ार है आज भी उस सरसर का
जो उसके चेहरे का नकाब उलट जायेगी।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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