पल्लव
Friday, December 9, 2011
{ १०३ } {Dec 2011}
तुमको जब-जब भी देखता हूँ
मन का हर तार झनझनाता है
मुझको लगता है शायद तुमसे
मेरा पिछले जनम का नाता है ।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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