पल्लव
Friday, December 2, 2011
{ ९८ } {Dec 2011}
तुम कभी कूल तक नही पहुँचे
कुमकुमी धूल तक नहीं पहुँचे
फ़रेबों को रखा है साथ इसलिये
प्यार के फ़ूल तक नही पहुँचे ।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment