पल्लव
Sunday, March 30, 2014
{ ७४४ } {March 2014}
तेरा खयाल, तेरी याद और मेरी बेचैनी
इसी मँजर से अब अपना दोस्ताना हुआ।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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