पल्लव
Monday, March 31, 2014
{ ७५२ } {March 2014}
काश कुछ ऐसा हो जाये
आदमी, आदमी हो जाये
हँसते हुए जिये हर कोई
हर तरफ़ रोशनी हो जाये।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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