पल्लव
Friday, August 30, 2013
{ ६७९ } {Aug 2013}
हावी हो रही विदेशी ताकतें दशा देश की बिगड़ी
आतंकियों का उग्र रूप मारे स्वतंत्रता को टँगड़ी
चहुँ-दिश है लूट-पाट और अनीति का साम्राज्य
बहरे हुए सत्ताधीश और सरकार है अँधी-लँगड़ी।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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