पल्लव
Friday, August 30, 2013
{ ६७८ } {Aug 2013}
हाड़-मास के इस पिंजर में दिल शीशे का
ज़िन्दगी में कई-कई बार उसे दरकते देखा।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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