उठो जवानों हर-हर कह झँझा बन सोए पौरुष का ज्वालामुखी जगाओ
बन कर महाकाल विकराल बवन्डर, पापी दुश्मन देश में आग लगाओ
उठो दीवानों अब न करो देर हुँकार भरो, बढ़ कर दुश्मन का सँहार करो
मानवता के इन हत्यारों का वध कर धरती पर नरमुँडों का ढेर लगाओ।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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