Friday, August 30, 2013

{ ६७६ } {Aug 2013}





ये कैसा हादसा हुआ रास्ते चाक-चौबन्द हैं
शहर में सहमें हुए तमाम बशर दीख रहे हैं।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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