पल्लव
Friday, August 16, 2013
{ ६५८ } {Aug 2013}
दोस्ती हरदम दोस्तों की मददगार होती है
ज़िन्दगी, दोस्ती.. की. तलबगार.. होती है
संगरेज़ी. रहगुज़र पर बिछाती जाती फ़ूल
दोस्त. की दोस्ती. इतनी. वफ़ादार होती है।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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