Saturday, November 12, 2011

{ ७७ } {Nov 2011}






ज़िन्दगी तो वह जुआँ जिसमे
न कोई जीता है न कोई हारा है
गर्व करते हो जिस सम्मान पर
उसमें कुछ भी नही तुम्हारा है ।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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