पल्लव
Thursday, November 24, 2011
{ ९० } {Nov 2011}
गमों की जो भीड है उसमे
कुछ पुराने और कुछ नये
नींद नही आज भी मुझको
सपने भी वापस चले गये।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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