पल्लव
Tuesday, July 30, 2013
{ ६४६ } {July 2013}
अब. न रह. गया. अदब. से रिश्ता
अब न रह गयी मेहमाननवाज़ी है
अब नहीं. दिखता प्यार-मोहब्बत
हर. तरफ़ फ़ैल. गयी चालबाजी है।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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