Sunday, July 28, 2013

{ ६४० } {July 2013}





मोहब्बत. का. जलाया. दीप,
गीत. इश्क. का गुनगुनाया है
लबे-खामोश पर आपके तभी
तबस्सुम. लौट. कर. आया है।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

No comments:

Post a Comment