पल्लव
Tuesday, July 30, 2013
{ ६४२ } {July 2013}
प्राण. वीणा. का सुकोमल. तार. सोता. नहीं है
और हमारे. प्राण. का संगीत. भी रोता. नहीं है
मैं. विरह. में मिलन. की याद. करने. लगा. हूँ
मिलन की मधुभरी स्मृति हृदय खोता नहीं है।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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