Sunday, July 21, 2013

{ ६३१ } {July 2013}





मौत से कर ले तू याराना, गर जन्नत का अरमान है
मँजिल की जानिब चला चल रहगुजर कहाँ अन्जान है।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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