पल्लव
Tuesday, July 30, 2013
{ ६५४ } {July 2013}
चरित्रहीन हो गई निर्लज्ज रोशनी संयम साधे अँधेरा है
रस्सियों. का साँप ले कर डरा रहा, राजनैतिक सपेरा है
भ्रष्टाचरण चहुँ ओर छाया भयानक काले कथानक सा
देश. की तलैया में, बंशी डाल कर बैठा विदेशी मछेरा है।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment