Tuesday, July 30, 2013

{ ६४७ } {July 2013}





मेरे.. गीतमयी. हवाओं. की. लय. पर
अपनी. रूह मुझ पर निढ़ाल दी तुमने
दिलो-जाँ. से मुझे अपना प्यार दे कर
मेरे शरीर में जैसे जान डाल दी तुमने।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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