पल्लव
Monday, December 29, 2014
{ ८४३ } {Dec 2014}
वही नक्श फ़िर तसव्वुर में उतर आया है
हाल-ए-दिल जिससे कहने की आरजू है।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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