Wednesday, January 4, 2012

{ १२३ } {Jan 2012}






उपवन का सुन्दर सार लिये
नवयौवन का श्रॄंगार किये
मादक प्याली सरसार पिये

आई बसन्त सी
छाई बसन्त सी
भाई बसन्त सी

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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