पल्लव
Wednesday, March 7, 2012
{ २०४ ) {March 2012}
हसरते-दिल को दिल से लगाये रखिये
हर घडी को तमन्नाओं में डुबाये रखिये
न छोडिये साथ इनका आखिरी दम तक
ख्वाहिशे-गुल को दामन में सजाये रखिये ।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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