रूप गुण वाणी में वैराट्य
रुद्र के उग्र रूप अविराम
महासागर के ज्वार समान
वीर शहीदों के अमर नाम ।।
अपने लिये क्या मातृभूमि हित दे प्राण को
झुकने नही दिया कभी देश स्वाभिमान को
रख ली शान देश की, मर कर भी अमर हुए
शहीदों ने दिखाया, हिन्द का जौहर जहान को ।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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