पल्लव
Monday, March 19, 2012
{ २१८ } {March 2012}
अँधेरे में चिराग झिलमिलाने लगते है
आसमाँ में सितारे जगमगाने लगते हैं
जब चूम लेता हूँ इन नशीली आँखों को
मैकदे के जामो-मीना थरथराने लगते हैं।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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