पल्लव
Friday, January 30, 2015
{ ८६४ } {Jan 2015}
तोड़ ही दिया जब अरमानों से भरा दिल
अब ज़ख्म को सहलाने से क्या फ़ायदा।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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