पल्लव
Saturday, January 31, 2015
{ ८६९ } {Jan 2015}
न होता ये जोशे-मोहब्बत, ये रँगीन चाहत
अगर तुम सी दीवानी पास हमारे न होती।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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