पल्लव
Sunday, February 17, 2013
{ ४७६ } {Feb 2013}
खनकी पायल संकेतों की
मेरे ख्वाबों की कलियों में
कर सोलह सिंगार बसी हो
मेरे गीतों की गलियों में।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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