पल्लव
Friday, August 17, 2012
{ ३०७ } {Aug 2012}
प्यार की रूह में गजल की तरह
रूप की झील में कमल की तरह
तुम जो होते हो साथ, दिन मेरा
बीत जाता है एक पल की तरह||
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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