Sunday, June 30, 2013

{ ६१७ } {June 2013}





कुदरत ने जमीं पर अजब पेचोताब बरपा है
दरिया समन्दर हो चली पत्थर पिघल उठे।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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