भारत के नभ के ज्योतिर्मय तारे अस्त हो गये क्या ?
भारत के युवा शोक-सिन्धु में डूब पस्त हो गये क्या ?
क्यों ढक लिया है कृष्णावरण में भारत ने तन सारा ?
भारत डूबा अन्ध तमस में, पथ खो गया कहाँ हमारा ?
ओ भारत के नव प्रकाश, प्रेरणा अब तुमको ऐसी आये।
साहस को तुम वरण करो, भारत पुनः स्वर्ग बन जाये।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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