पल्लव
Monday, May 14, 2012
{ २७३ } {May 2012}
भीड से भरी राह-डगर में भी
रूप सबसे अलग दमकता है
आसमाँ के अनन्त सितारों में
चाँद तनहा ही खूब चमकता है।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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