Monday, February 27, 2012

{ १९० } {Feb 2012}





क्रान्ति सत्य होती उस समाज की
होती जहाँ पर शक्ति की पूजा है
बल है प्रबक विश्वास क्रान्ति का
कुछ और न उपाय बचता दूजा है ।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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