पल्लव
Friday, February 10, 2012
{ १४९ } {Feb 2012}
नजर आता हूँ जैसा नहीं हूँ मै वैसा
जैसा समझते मुझे नहीं हूँ मै वैसा
खुद अपने से ऐब अपने छुपाता हूँ
मुझको खुद नही मालूम हूँ मै कैसा ।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment