पल्लव
Thursday, April 18, 2013
{ ५४८ } {April 2013}
हुआ खुशियों का गमों से याराना
ज़िन्दगी बन गयी मौत की सहेली
बता, ओ दुनिया को बनाने वाले
क्यों ज़िन्दगी बनी उलझी पहेली।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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