Tuesday, April 16, 2013

{ ५३८ } {April 2013}





कुछ पाने के लिये बहुत कुछ खोता हूँ
गमों में डूबी खुशियों के लिये रोता हूँ
प्यार ही सच्चा मोती है जिसे पाने को
अपनी ज़िन्दगी गहरे दर्द में डुबोता हूँ।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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