पल्लव
Tuesday, April 16, 2013
{ ५३९ } {April 2013}
बन्द हुआ खेल खिलौनों का सिलसिला
बालपन कब बीता कुछ पता ही न चला
चपल बालमन, उम्र की नीडों में सो गया
छूटे संगी-साथी, बिखर गया काफ़िला।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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