Saturday, April 6, 2013

{ ५१५ } {April 2013}





लक्ष्य तुम्हारा, पंथ तुम्हारा
प्रगतिपूर्ण यह कदम तुम्हारे
तब किस को दोष दोगे बोलो
जीवन-पथ पर तुम यदि हारे।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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