पल्लव
Sunday, December 23, 2012
{ ४२६ } {Dec 2012}
मेघ बन कर रेत में भी साथ दो तो
शूल का अंतःकरण कमल हो जाये
धूप बनकर धुंध में भी साथ दो तो
दर्द का आचरण भी गज़ल हो जाये।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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